वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन shiv chalisa in hindi न आवै॥
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ Shiv chaisa जो यह पाठ करे मन लाई ।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन